भुसावल मंडल की मुख्य विशेषताएं-
भुसावल मंडल में 804.06 कि.मी.ब्रॉड गेज और 243.9 कि.मी.नैरोगेज रेल मार्ग है। इसे मध्य रेल की रेल परिचालन का ह्रदय कहा जाता है। यह मंडल जलगांव से पश्चिम रेल को,खंडवा से मनमाड और अकोला से दक्षिण मध्य रेल तथा खंडवा से पश्चिम मध्य रेल से जुड़ा है ( कुल 1047.96 कि.मी.)।
यह मंडल तीन प्रमुख सेक्शनों में बटा हुआ है। भुसावल-जलगांव,भुसावल-खंडवा और भुसावल-बडनेरा सेक्शन है। इन सभी सेक्शनों में एसी / डीजल ट्रैक्शन की गाड़ियां चलाई जाती है।
भुसावल मंडल रेल यातायात के द्वारा कृषि उत्पाद में अधिकांशतः सीमेंट और पी ओ एल से राजस्व धन प्राप्त किया जाता है । बफर डिविजन के कार्यप्रणाली के आधार पर यातायात की जरूरतों को और संचालन की समस्याओं को नियमित करने के लिए यह मंडल सभी मंडलों के साथ जुडा हुआ है। भुसावल मंडल द्वारा बॉक्स एन, जम्बो और आइल टैंक रेक से पावर प्लांट माल गोदामों और आइल डिपों को समय पर आपूर्ति और जलद गति से संचालन कार्य करता है।
यह मंडल सामान्यत: दो राज्यों महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश क्षेत्र में आता है। महाराष्ट्र में नासिक, धुले, जलगांव, बुलढाणा (मलकापुर), अकोला, अमरावती और यवतमाल जिलों में नागरीक सेवा प्रदान किए जाते है।
इस मंडल में तीन बडी प्रमुख बिजलीघर (पावर स्टेशन) है। नाशिक ( 5 युनिट, कुल क्षमता 880 MW तथा 12000 मैट्रिक टन / प्रतिदिन कोयले की खपत होती है।), भुसावल - ( 4 युनिट- 500 MW के 02 युनिट और 210 MW के 02 यूनिट,15000 मैट्रिकटन/ प्रतिदिन कोयले की खपत होती है।), पारस- 02 युनिट कुल क्षमता 500 MW, 8500 मैट्रिक टन / प्रतिदिन कोयले की खपत होती है) जो भुसावल मंडल में स्थित इन बिजलीघरों के लिए कोयला रैक की नियमित व्यवस्था की जाती है। गुजरात के कुछ बिजलीघरों के लिए भी कोयले का यातायात इसी भुसावल मंडल से होकर जाता है।
वलगांव में श्रीमान रतन इंडिया पॉवर हाऊस है। (कुल 5युनिट- कुल क्षमता 1350 MW, प्रतिदिन 15000 मैट्रिक टन / प्रतिदिन कोयले की खपत होती है)। यह पूरी तरह से 13 मार्च 2015 से शुरू है।
भुसावल मंडल से पीओएल,प्याज, सीमेंट,अनाज, डी आइलड केक, अनाज और दालें जावक यातायात से डील किया जाता है। देवलाली, नासिक और भुसावल से अंगूरों से तथा अतिरिक्त गुड्स यातायात तथा मिलिट्री और ऑर्डिनेंस का भी रेल यातायात द्वारा राजस्व धन प्राप्त किया जाता है । इस मंडल पर नाशिक, मनमाड, धुले,जलगांव, अकोला, खामगांव, बडनेरा और खंडवा में महत्वपूर्ण गुड्स शेड है।
इस भुसावल मंडल में तीन सेक्शन घुमावदार (अनड्युलेटिंग ग्रेडियंट) है। WAG-5 के साथ 42 BCN का भरा हुआ स्टॉक और WAG-7 लोकोमोटिव के साथ 58/59 BOXNको निम्नानुसार बैंकिंग की आवश्यकता है:
सेक्शन | दिशा | स्टेशन | सेक्शन की लंबाई | रूलिंग ढलान |
भुसावल-खंडवा | डाउन | नेपानगर-डोंगरगांव | 19.33 किमी. | 1:110 |
खंडवा-भुसावल | अप | खंडवा- डोंगरगांव | 23.21 किमी. | 1:150 |
भुसावल-बडनेरा | डाउन | वरनगांव-बोदवड | 18.27 किमी. | 1:132 |
भुसावल-ईगतपुरी | अप | नांदगांव-समिट | 36.00 किमी. | 1:150 |
अप | कजगांव-समिट | 97.00 किमी. | 1:150 |
कजगांव, वाघाली, हिरापुर, नायडोगरी और पिंपरखेड स्टेशनों पर यदि गाडियां को थ्रू नही चलाया जाता है,तो बैकिंग जरूरी है ।
सेक्शन | दिशा | स्टेशन | सेक्शन की लंबाई | रूलिंग ढलान |
इगतपुरी-भुसावल | डाउन | इगतपुरी-असवली | 24.96 किमी. | 1:150 |
मनमाड-अंकई | अप | मनमाड-अंकई किला-अंकई (ए.केबिन से) | 13.11 किमी | 1:100 |
मनमाड-अंकई | अप | मनमाड-अंकई (सी.केबिन से) | 16.00 किमी. | 1:133 |
सिंगल WDM-2 के साथ 42 BCN / BCXके लोडेड स्टॉक और मल्टीपल WDM-2 लोकोमोटिव के साथ 59BOXNके लिए बैंकिंग की आवश्यकता होती है।
A.सेक्शन अनुसार किलोमीटर
मेन लाइनें (विद्युतीकृत दोहरी लाइन)
1) भुसावल-इगतपुरी (ब्रॉड गेज) 305.12किमी.
2) भुसावल-बडनेरा (ब्रॉड गेज) 220.88किमी. कुल 651.13 किमी.
3) भुसावल-खंडवा (ब्रॉड गेज) 125.13किमी.
ब्रांच लाईन ( विद्युतीकृत ईकहरी लाईन)
1) चालीसगांव-धुले (ब्रॉड गेज) 56.39किमी.
2) बडनेरा केबिन-चांदूरबाजार (ब्रॉड गेज) 41.52किमी.
3) जलंब-खामगांव (ब्रॉड गेज) 12.34किमी.
4) बडनेरा-अमरावती (ब्रॉड गेज) 9.99 किमी.
5) मनमाड-अंकाईकिला-अंकई(ब्रॉड गेज) 13.11 किमी.कुल 152.93किमी.
6) मनमाड-अंकाई (सी.केबिन से) (ब्रॉड गेज)15.28किमी.
7) जलगांव से सुरत की ओर (ब्रॉड गेज)4.30 किमी.
नैरो गेज (इकहरी लाईन)
1) पाचोरा-जामनेर(नैरो गेज)55.62किमी.
2) मुर्तिजापुर-यवतकाल(नैरो गेज)111.27किमी. कुल 243.90किमी.
3) मुर्तिजापुर-अचलपुर(नैरो गेज)76.56किमी.
कुल 1047.96 किमी.
B.स्टेशनोंकीसंख्या:
·ब्लॉकस्टेशन :84 (74 BGमेनलाइन, 8ब्रॉड गेज ब्रांच लाइन तथा 2 NG लाइन)।
·ब्लॉकरहितस्टेशन:40 (03 BGमेनलाइन, 11ब्रॉड गेज ब्रांच लाइनऔर 25 NG लाइन)।
कुल 124
C. मंडलपररखरखावकेलिएउपलब्धढांचागतसुविधाएं:
1. भुसावल में विद्युत लोको शेड।
2. भुसावल, मनमाड और इगतपुरी में एसी लोको ट्रिप शेड।
3. भुसावल में कोच अनुरक्षण डिपो।
4. मनमाड में कोच अनुरक्षण डिपो।
5. भुसावल में वैगन अनुरक्षण के लिए आरओएच डिपो।
6. मुर्तिजापुर और पाचोरा में नॅरो गेज डीजल लोको शेड।
7. मुर्तिजापुर में गाड़ी परीक्षण डिपो (नैरो गेज सेक्शन के लिए)।
8. भुसावल में गाड़ी परीक्षण डिपो।
D. पुल:
महत्वपूर्ण पुल -10
बड़े पुल-241
छोटे पुल- 2197
E. सड़कसमपार:
प्रकार | ब्रॉडगेज | नैरो गेज | कुल |
मनमाड़-समपार फाटक | 129 (मेन लाइन पर) 44 (ब्रांच लाइन पर) | 9 (पाचोरा-जामनेरपर), 22 (मुर्तिजापुर-यवतमाल पर) और 10 (मुर्तिजापुर – अचलपुर) | 213 |
मानवरहित समपार फाटक | 5 (भुसावल-इगतपुरी सेक्शन के साइडिंग पर) | 35 पाचोरा-जामनेर 48 मुर्तिजापुर-यवतमाल और 54 (मुर्तिजापुर – अचलपुर) | 142 |
आर.ओ.बी. | 43 | -- | 43 |
आर.यु. बी. | 37 | -- | 37 |
F. भुसावल मंडल के भौगोलिक क्षेत्र में अन्यप्रमुख सुविधाएं:
Ø भुसावल में क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान है।यह सहायकों, शंटरों, चालकों, स्टेशनमास्टरों, वाणिज्य स्टॉफ, विद्युत फिटर्स, रेफ्रिजरेशन मैकेनिक और इंजीनियरिंग स्टाफ के लिए प्रशिक्षण हेतु अखिल रेलस्तर पर केंद्रीयकृत प्रशिक्षण संस्थान है।इस प्रशिक्षण केन्द्र में किसी भी समय 1000 से ज्यादा प्रशिक्षु विभिन्न स्तर पर प्रशिक्षण पाते हैं।स्टेशनमास्टरों के प्रशिक्षण के लिए यहां एक सर्वसुसज्जित प्रतिमान कक्ष मॉडलरूम है जहां मध्य रेल पर चलर ही हर प्रकार की कार्य प्रणाली के लिए सभी प्रकार के उपकरण उपलब्ध हैं।
रेलवे प्रशिक्षण के लिए भारतीय रेल पर यह पहला क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान है जो रेल प्रशिक्षणके लिएअंतष्ट्रीय गुणवत्ता स्तरआयएस/आयएसओ 9002 : 1994 से प्रमाणित है।
Ø भारतीय रेल विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (इरीन) 1988 में इसकी स्थापना नासिक में की गई। यह संस्थान हाल ही के वर्षों में उभर कर आया है और इसने न केवल भारतीय रेल के प्रोबेशनर विद्युत इंजीनियरों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी संभाली है बल्कि यह रेलवे से संबंधित विद्युत इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं के विशिष्ट पाठयक्रमों को भी आयोजित करता है।
Ø विद्युत लोको कारखाना (POH) की स्थापना भुसावल में 1974 में की गई। जो किआयएस/आयएसओ 9001/2000 से दिनांक 13.12.2001 से प्रमाणित है।यह कारखाना भुसावल में स्थित स्पेशल रिपेअर व विद्युत लोको की री-केबलिंग के लिए जाना जाता है।वर्तमान में इस वर्कशाप में प्रतिमाह 11 लोको की ओवरहॉल करने की क्षमता है।सभी रेलों के विद्युतलोको का यहां ओवरहॉल किया जाता है। कारखाने में 1424 स्टाफ कार्यरत है।यह वर्कशॉप सीधे मुख्य कारखाना प्रबंधकभुसावल केअधीन कार्य करता है।
Ø सभी भारतीय रेलों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक केन्द्रीयकृत ट्रैक्शन मोटर रिपेयर वर्कशॉप 1981में नाशिक में स्थापित किया गया ।इस वर्क शॉप में विद्युत लोको के ट्रेक्शन मोटरोंको सुधारा जाता है।
Ø मनमाड में एक केन्द्रीय कृत इंजीनियरिंग कारखाने की 1906 में स्थापना की गई। जो प्रमुख मुख्य इंजीनियर मध्य रेल मुंबई के नियंत्रण में है।इस वर्क शाप में स्टील स्ट्रक्चर आइटमों सहित ब्रिज गर्डर्स (अब तक का सबसे लंबा स्पॉन 400 फीट या 122मीटर- कोकण रेलवे) बनाए जाते हैं।इस इंजीनियरिंग कारखाने में लगभग 995 कर्मचारी कार्यरत हैं।
Ø चालीसगांव में फ्लशबट वेल्डिंग प्लांट स्थितहै, जो मुख्य इंजीनियर मुंबई छशिमट के नियंत्रण में है। इस प्लांट में 60 केजी के 10 रेल पैनल जोडे जाते हैं तथा विभिन्न ट्रैक रिलेइंगसाइट को एंड अनलोडिंग रेक्स )EUR) द्वारा भेजे जाते हैं। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशानुसार इसे बंद कर दिया गया है।
G.प्रमुखमाल गोदाम
i) बडे माल गोदाम :
a) नाशिक
b) मनमाड
c) जलगांव
d) अकोला
e) बडनेरा
f) खंडवा
ii) अन्य माल गोदाम:
स्टेशन एवं कार्य का समय
a) खेरवाडी: दिन – रात
b) निफाड: 6:00 to 22:00 hrs.
c) लासलगांव: दिन –रात
d) नांदगांव: 6:00 to 22:00 hrs.
e) चालीसगांव: 6:00 to 22:00 hrs.
f) धुले: दिन – रात
g) पाचोरा: 6:00 to 22:00 hrs.
h) मलकापुर:दिन – रात
i) खामगांव: 6:00 to 22:00 hrs.
j) पारस: दिन – रात
k) बोरगांव : दिन – रात
l) बुरहानपुर: 6:00 to 22:00 hrs.
m) भुसावल : 6:00 to 22:00 hrs.
H.मुख्यलदान पॉईंट:
1. पीओएल: पानेवाडी
2. प्याज: खेरवाडी,निफाड,लासलगांव,मनमाड,नांदगांव और धुले
3. सिमेंट: भादली
4. डी-आइल्ड केक (डीओसी): पारस, बोरगांव, बडनेरा, खंडवा,मलकापुर
5. अनाज, दालें और हस्क: जलगांव,भुसावल,मलकापुर,खामगांव,अकोला,बडनेरा और खंडवा
6. अंगूर: नासिक, देवलाली और मनमाड
7. कपास : जलगांव, भुसावल
8. कन्टेनर डिपो: भुसावल
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