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कैरिज वर्कशॉप, माटुंगा की स्थापना 1915 में तत्कालीन ग्रेट इंडियन पेनिनसुला (जीआईपी) रेलवे के ब्रॉड गेज और नैरो गेज कोचों और वैगनों के लिए एक मरम्मत कार्यशाला के रूप में की गई थी। कार्यशाला में भूमि / क्षेत्र का एक त्रिकोणीय टुकड़ा शामिल है, जो पूर्व में मध्य रेलवे उपनगरीय गलियारों और पश्चिम में पश्चिम रेलवे गलियारों से घिरा हुआ है। माटुंगा कार्यशाला का नेतृत्व मुख्य कारखाना प्रबंधक द्वारा किया जाता है और इसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और ईएमयू के पांच जेए ग्रेड अधिकारी अर्थात उप.मु.यां.इं. (आर), उप. मु.यां.इं.(पी), उप. मु.यां.इं. (ईएमयू), उप.मु.वी.इं.(जी) एवं उप. मु.वी.इं.(ई.एम.यु.) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। सीपीओ, डब्ल्यूएओ और एक्सईएन (वर्क्स) भी सीडब्लूएम को सहायता प्रदान करते है। स्टोर डिपो कारखाने से जुड़ा हुआ है और इसका नेतृत्व उप. सीएमएम।

Source : CMS Team Last Reviewed : 05-12-2022
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