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केंद्रीय इंजीनियरिंग कारखाना मनमाड

                           

कारखाने 
के बारे में
 

केंद्रीय  इंजीनियरिंग कारखाना, मध्य रेलवे, मनमाड भारतीय रेलवे का एक प्रमुख निर्माण कारखाना है। कारखाने मे रेल और सड़क पुलों के लिए लगने वाले 12.2 मिटर, 18.3 मिटर, 24.4 मिटर, 30.5 मिटर, 45.7 मिटर, 61.0 मिटर, 76.2 मिटर लंबाई और कई अन्य गैर-मानक स्टील वेल्डेड गर्डर तैयार किए जाते हैं। मनमाड कारखना में ब्रिज गर्डर्स के निर्माण के लिए 5000 मीट्रिक टन की कार्य क्षमता है और निर्धारित समय सीमा के भीतर गर्डरों की आपूर्ति करने का इतिहास है।
       
कारखाना मुख्य कारखाना प्रबंधक के नेतृत्व मे कार्य करता है और इसमें सहायक कारख़ाना प्रबंधक, सहायक कार्मिक अधिकारी, कारखाना  सहायक लेखा अधिकारी (सहयोगी वित्त कार्यालय के प्रभारी)  और वरिष्ठ सामग्री प्रबंधक (कारखाने से जुड़े स्टोर डिपो के प्रभारी)  द्वारा सहयोग प्रदान किया जाता है।
         
इंजीनियरिंग कारखाना, मनमाड आईएसओ 9001:2015, आईएसओ 140001:2015, आईएसओ 45001:2018 और आईएसओ 50001:2018 द्वारा प्रमाणित है।

इंजीनियरिंग कारखाना का संक्षिप्त इतिहास ।

1906: मनमाड इंजीनियरिंग कारखाना की स्थापना वर्ष 1906 में तत्कालीन जीआईपीआर के लिए आयातित पुल घटकों के संयोजन के लिए एक छोटी इकाई के रूप में की गई थी और शुरू में इसे गर्डर शॉप के रूप में जाना जाता था।

1929 : कारखाना ने प्रमुख पुलों के लिए रिलीज किए गए गर्डरों में संशोधन और मरम्मत शुरू की। इसके बाद, स्मिथी, कारपेंटरी, मैकेनिकल, फाउंड्री और बोल्ट-नट्स-रिवेट्स की शॉप्‍स को भी गर्डर शॉप में जोड़ा गया।

1939 : द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, कारखाना युद्ध सामग्री के उत्पादन में लगा हुआ था। युद्ध के बाद, कार्यशाला में सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू किया गया।

1958 : मध्य रेल पर बड़े पैमाने पर रि-गर्डरिंग कार्यक्रम के कारण, कारखाना की एक प्रमुख री-मॉडलिंग की गई। 76.2 मीटर स्पैन ओपन वेब गर्डर्स के निर्माण के लिए एक नया टेम्प्लेट शॉप और एक पॉइंट एंड क्रॉसिंग शॉप जोड़ा गया। 

1979 से 1994 : 1979 तक कारखाना का कार्य एक छोटे से शेड में चल रहा था। नया ढका हुआ स्‍थान 1979 से 1994 के दौरान प्रदान किया गया था। कारखाना का कुल कवर्ड एरिया अब लगभग 21,000 वर्ग मीटर है।

1981-82: 12.2 मीटर स्पैन के वेल्डेड प्लेट गर्डरों का निर्माण शुरू किया गया था। कारखाना में अब 30.5 मीटर स्पैन तक वेल्डेड गर्डरों का नियमित उत्पादन किया जाता है।

1989-1994: केंद्रीय इंजीनियरिंग कारखाना, मनमाड का आधुनिकीकरण 1989 में शुरू किया गया था और 1994 में पूरा किया गया था, जिसके दौरान कारखाना की पूरी हैंडलिंग प्रणाली को साधारण रेल माउंटेड क्रेन से इलेक्ट्रिक ओवर हेड क्रेन में बदल दिया गया है।  आधुनिकीकरण के कारण,केआरसीएल के लिए 3/122 मी थ्रू स्पैन (वेल्डेड प्रकार)  का निर्माण करना संभव हुआ।

2009-10 : 12.2 मीटर और 18.3 मीटर 25 टन लोडिंग मानक और 18.3 मीटर डीएफसी लोडिंग मानक वेल्डेड गर्डर का निर्माण शुरू हुआ। इसी तरह, 2009-10 में 25 टन लोडिंग के लिए 45.7 मीटर ओपन वेब गर्डर का निर्माण शुरू हुआ।

केंद्रीय इंजीनियरिंग कारखाना, मनमाड की गतिविधियां

कारखाना के गतिविधियों को दो भागों में बांटा गया है।

क्र.  अनुभाग गतिविधियों  का विवरण 
1स्ट्रक्चरल यार्ड  
कारखाना की मुख्य गतिविधि अर्थात गर्डरों का निर्माण स्ट्रक्चरल यार्ड में किया जाता है।
गर्डर निर्माण की क्षमता 395 मीट्रिक टन/माह है जिसमें 160 मीट्रिक टन/माह प्लेट गर्डर और शेष ओडब्ल्यूजी (आर)/(डब्ल्यू) शामिल हैं। 
1. ओपन वेब गर्डर्स 25 टन एक्सल लोड (वेल्डेड) 122.32 मीटर स्पैन तक
2. वेल्डेड प्लेट गर्डर्स 25 टन एक्सल लोड 30.5 मीटर स्पैन तक।
3. कम्पोजिट वेल्डेड प्लेट गर्डर 25 टन एक्सल लोड 30.5 मीटर स्पैन
4. वेल्डेड प्लेट गर्डर्स 25 टन एक्सल/डीएफसी लोडिंग
2जनरल यार्ड ट्रैक आइटम, ब्रिज बेयरिंग, EUR आदि में आत्मनिर्भरता के लिए अनुपूरक कार्य सामान्य रूप से किए जाते हैं उनमें से कुछ का कार्य नीचे दिया गया है:
1. पॉइंट और क्रॉसिंग शॉप - एसईजे, बिल्ट अप क्रॉसिंग, चेक रेल आदि।
2. बोल्ट, नट, रिवेट शॉप (बीएनआर)
3. लोहार शॉप - फिश प्लेट्स, क्लैम्प्स, ब्रैकेट्स आदि।
4. मशीन शॉप - ब्रिज बियरिंग्स, इयुआर, आदि।  

इसके अलावा, निम्नलिखित सहायक शॉप्‍स कार्यरत हैं:

1. मिलराईट शॉप
यह केंद्रीय इंजीनियरिंग कारखाना, मनमाड की सहायक शॉप है और विभिन्न उत्पादन शॉप्‍स में स्थापित उपकरणों, संयंत्रों और मशीनरी के निरीक्षण और मरम्मत के लिए है।
   
2. उत्पादन नियंत्रण संगठन (पीसीओ):
सेंट्रल इंजीनियरिंग वर्कशॉप में सीनियर सेक्‍शन इंजीनियर(पीसीओ) की अध्यक्षता में उत्पादन नियंत्रण संगठन है। इस संगठन का मुख्य कार्य गुणवत्ता की जांच और रखरखाव, प्रगति की समीक्षा, कार्य आदेशों की निगरानी और समापन, कच्चे माल की आवश्यकता और आरडीएसओ के अधिकारी को निरीक्षण के लिए सहायता करना है।
   
3. रासायनिक एवं धातुकर्मी प्रयोगशाला:
कच्चे माल के डिस्‍ट्रक्‍टीव और नॉन- डिस्‍ट्रक्‍टीव परीक्षणों के साथ-साथ मानकों के अनुसार तकनीकी विशिष्टताओं की जांच के लिए एवं गुणवत्ता के निरीक्षण के लिए केंद्रीय इंजीनियरिंग कारखाना में रासायनिक और धातुकर्म प्रयोगशाला की स्थापना की गई है।
प्रयोगशाला इनवर्टेड माइक्रोस्कोप, यु‍निवर्सल टेस्‍टींग मशीन, रेडियोग्राफी टेस्‍टींग के लिए एक्स-रे मशीन, रासायनिक संरचना विश्लेषण के लिए ऑप्टिकल उत्सर्जन स्पेक्ट्रोमीटर, मैक्रो और माइक्रो परिक्षण, अल्ट्रासोनिक निरीक्षण, डाई पेनेट्रेशन परीक्षण आदि से सुसज्जित है।
    
4. बी एंड एस निरीक्षण अनुभाग:
रेलवे बोर्ड और आरडीएसओ के निर्देशों के अनुसार, मुख्‍य पुल इंजीनियर,  मध्‍य रेल के समग्र नियंत्रण में कारखाना में मध्य रेलवे के लिए एक पुल निरीक्षण अनुभाग का गठन किया गया है। यह निरीक्षण दल कार्यशाला में निर्मित गर्डरों का निरीक्षण करता है जो पहले आरडीएसओ द्वारा किया जाता था।

उपलब्धियां:
     

1965: झांसी-कानपुर खंड पर कालपी में यमुना ब्रिज की रिगर्डरिंग कार्यशाला द्वारा पहला 76.2 मीटर ओपन वेब गर्डर तैयार किया गया था।


1972: 30.5 मीटर के 2 स्पैन बनाकर बांग्लादेश को आपूर्ति की गई।


1975: कारखाने  ने हमारे अपने रेलवे के लिए माइक्रोवेव टावरों का निर्माण किया


1981-82: कारखाना में पहला वेल्डेड गर्डर तैयार किया गया था।  तब से, कार्यशाला ने वेल्डेड प्लेट गर्डर्स के 5000 मीट्रिक टन के उत्पादन को पार कर लिया है और इसलिए आरडीएसओ लखनऊ ने रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार इन-हाउस निरीक्षण करने के लिए कारखाने  को अधिकृत किया है।


1993-94: कोंकण रेलवे का काम जो रेलवे बोर्ड का टारगेटेड कार्य था उस के लिए कारख़ाना, मनमाड द्वारा 11 महीने के रिकॉर्ड समय के भीतर  3/122.32 मीटर के स्पैन का निर्माण कर के आपूर्ति की गयी। ये स्पैन गोवा के पास मंडोवी जुआरी नदी पर सफलतापूर्वक खड़ा किए गए है।


2005: भुसावल और नागपुर यार्ड के लिए विशेष डायमंड क्रॉसिंग, जिसके कारण गति प्रतिबंधों को समाप्त किया जा सकता था, कारखाने में बनाए गए थे। इसके लिए सदस्य अभियांत्रिकी द्वारा कारखाने को पुरस्कृत किया गया।


2019: मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण लोनावला-कर्जत खंड के ब्रिज नं. 117/1 (वायाडक्ट नंबर 6) में तटबंध के पीछे भूस्खलन के कारण 2 महीने से अधिक समय तक यातायात बाधित रहा।  कारख़ाना, मनमाड ने रिकॉर्ड समय के भीतर आवश्यक गर्डरों का निर्माण और आपूर्ति की, जिससे यातायात बहाल हो सका।


सम्पर्क:
ई-मेल आईडी: cwmmanmad@gmail.com


पत्रव्यवहार हेतु पता:
मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय,
केंद्रीय  इंजीनियरिंग कारखाना,
मनमाड-423104

पहुँचने के लिए : गूगल मैप्स लिंक





Source : CMS Team Last Reviewed : 18-08-2022  


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