धार्मिकऔर पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान :
नाशिक | : यह शहर गोदावरी नदी के किनारे बसा है।कुंभमेला स्थानीय तौर पर सिंहस्थ मेला के नाम से जाना जाने वाला हर 12 वर्ष के पश्चात आता है। पिछला सिंहस्थमेला 2015 में हुआ था। त्रंबकेश्वर मंदिर नाशिकरोड स्टेशन से 35 कि.मी. की दूरी पर है।श्री गजपंथ जैनमंदिर नाशिकरोड स्टेशन से 12 कि.मी. की दूरी परहै।
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मनमाड | : विश्वप्रसिध्द तीर्थ श्री साईबाबा शिर्डी में है, जो मनमाड से 58 कि.मी. की दुरी पर है। नांदेड में हुजुर साहिब गुरूद्वारा के लिए मनमाड से होकर जाना पड़ता है। मांगी-तुंगी जैन मंदिर मनमाड से 80 कि.मी. की दूरी पर है।
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नांदगांव | : 125 वर्षों पुराना श्री दिगंबर जैन मंदिर यहां स्थित है।
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चालीसगांव | : चालीसगांव से विश्व प्रसिध्द एलोरा गुफाएं 63 कि.मी., घृणेश्रवर 90 किमी तथा कालीमठ (कन्नड) मंदिर 35 कि.मी. की दूरी पर है। |
जलगांव | :अजंता की गुफाएं जलगांव से 55 कि.मी. की दूरी पर है।
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शेगांव | : यहां श्री गजानन महाराज मंदिर एवंआनंदसागर पार्क है।
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बुरहानपुर | : यहां बोहरासमाजकाधार्मिक स्थलहै।
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खंडवा | :ओंकारेश्वर मंदिर यहां से 85 कि.मी की दूरी पर है।
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अचलपुर | : चिखलदरा (हिलस्टेशन) और मेलाघाट टायगर परियोजना यहां से 35-40 कि.मी. की दुरी पर है। |